मंगलवार, 19 मई 2020

यू.जी.सी नेट की तैयारी कैसे करें (संस्कृत)?

      
         यूजीसी नेट का पूरा नाम राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा है, जो सरकार द्वारा आयोजित की जाती है । इसे सरकारी एजेंसी, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित किया जाता है । परास्नातक (एम. ए./समकक्ष) में अध्ययनरत या उत्तीर्ण छात्र इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं । इसके द्वारा चुने गए उम्मीदवारों को कालेज और विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षकों के लिए नियुक्त किया जाता है।

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         जिन छात्रों ने यूजीसी नेट की तैयारी के लिए आवेदन किया है, उन्हें यदि सफलता प्राप्त करनी है तो उन्हें परीक्षा के 4-5 महीने पूर्व से ही तैयारी शुरू करने की आवश्यकता है । हालांकि, नेट देश की कठिन परीक्षाओं में से एक है किंतु एक योजनाबद्ध तरीके से की गई तैयारी हमें शत-प्रतिशत सफलता दिलाने में मदद करती है । उम्मीदवार कुछ ट्रिक्स का उपयोग कर सकते हैं जो उन्हें परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगी । आज हम आपसे कुछ सुझावों पर बात करेंगे जिनका उपयोग उम्मीदवार अपनी तैयारी के लिए कर सकते हैं ।
1.  अपने पाठ्यक्रम को जाने :- किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए सर्वप्रथम हमें परीक्षा के पाठ्यक्रम को बहुत ही अच्छी प्रकार से समझ लेना चाहिए। यूजीसी नेट की परीक्षा एक ही सत्र  में (पेपर - I और  II ) आयोजित की जाती है । पेपर 1 में सामान्य योग्यता के प्रश्न होंगे और पेपर 2 संबंधित विषय का होगा (संस्कृत कोड-25, नेट का पाठ्यक्रम डाउनलोड करें पर क्लिक करें तथा संस्कृत कोड-73 का पाठ्यक्रम डाउनलोड करें पर क्लिक करें) ।पहले परीक्षा में क्या आएगा उसकी एक सूची तैयार कर लें, फिर उन विषयों के अनुसार सही पुस्तक का चुनाव करें।  पाठ्यक्रम को पूरी तरह से समझें और उसके अनुसार प्रत्येक विषय को तैयार करें । आजकल बाजार में ऐसी प्रतियोगिताओं के लिए बहुत सारी किताबें उपलब्ध है लेकिन बेहतर परिणाम के लिए आवश्यक है कि आप मूल पुस्तक से ही विस्तार पूर्वक अध्ययन करें ।  (2019 से नए नेट पाठ्यक्रम को पेश किया गया था जिसमें कई नए विषय जोड़े गए थे ।) कभी भी पाठ्यक्रम को बीच से न पढ़े क्रमवार ही पढ़ें । मैने अनेक बार ऐसा देखा है कि 4 से 5 प्रश्नों के उत्तर तो केवल पाठ्यक्रम में ही दिये रहते हैं, इसलिए आपको अपने पाठ्यक्रम से पूरी तरह परिचित होना बहुत ही आवश्यक है ।

2- विषयवार पाठ्यक्रम कवर करें : पाठ्यक्रम का अनुसरण करें और प्रत्येक इकाई पर ध्यान केंद्रित करें । यूजीसी नेट के पाठ्यक्रम को दोनों पेपरों (पेपर- I और II) के लिए 10 इकाइयों में विभाजित किया गया है, और आपको हर यूनिट पर ध्यान केंद्रित करना होगा । विषयों को पढ़ें और तथ्यों को एकत्र कर नोट्स बना कर पढ़ें। नेट परीक्षा को क्लियर करने के लिए वैचारिक ज्ञान से अधिक तथ्य आधारित ज्ञान की आवश्यकता होती है । 

3- प्रथम प्रश्न पत्र की तैयारी:-  यहां हम प्रथम प्रश्न पत्र की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अधिकांश संस्कृत के छात्र प्रथम प्रश्न पत्र को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं । मैंने अक्सर ऐसा देखा है कि लोग अपने विषय को तैयार करने में जुट जाते हैं और प्रथम प्रश्न पत्र का पूरा पाठ्यक्रम तैयार नहीं कर पाते हैं । आपको प्रथम प्रश्न पत्र को भी प्रर्याप्त समय देना चाहिए । बहुत अध्ययन की आवश्यकता नहीं है, तथ्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित करें। पाठ्यक्रम से संबंधित वर्तमान मामलों को अनदेखा न करें । करेंट अफेयर्स को अपडेट करते रहें ।

4- नोट्स बनाएं :- संस्कृत की प्रत्येक इकाई को पढ़ते समय उसका क्रमबद्ध नोट्स बनाते चले । नोट्स बनाने से आपको अपने शब्दों में लिखी बात को समझने में ज्यादा समय नहीं लगता है और विषय को गहनता पूर्वक समझा जा सकता है । नोट्स को प्रतिदिन सुबह 4 से 5 के बीच उठकर याद करें ।

5- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करें :- यह उपाय बहुत महत्वपूर्ण है । आप पिछले आठ दस वर्षों के प्रश्नपत्र एकत्र कर लें । मैंने 2009 से 2017 तक के पेपर दो-दो वर्ष करके क्रमवार अलग-अलग पोस्ट किये हैं ( पिछले वर्षों के पेपर देखने के लिए क्लिक करें) । एक प्रश्नपत्र को एक दिन में टाइमर लगाकर हल करें और देखें कि कितने समय में हल कर पा रहे हैं ।  ऐसा करने से आपको प्रश्न पत्र में आने वाले प्रश्नों का स्तर मालूम होगा । प्रथम बार परीक्षा  देने वालों के लिए तो यह बहुत ही आवश्यक है ।

6-समय प्रबंधन :-  समय प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है । हालांकि 150 प्रश्नों के लिए 180 मिनट का पर्याप्त समय है, फिर भी समय का कुप्रबंधन आपके लिए बुरी खबर ला सकता है। 1 प्रश्न के लिए अधिकतम 1 मिनट और संशोधन के लिए 30 मिनट का समय दें । वैसे यदि समय की बात करें तो नेट की परीक्षा देते समय मुझे कभी भी समय प्रबंधन में समस्या नहीं हुई क्योंकि मैने सदैव समय का प्रबंधन इसी प्रकार किया है ।

7- परीक्षा देते समय अपनी प्राथमिकताएं तय करें :- जब आपके पास परीक्षा का पत्र आता है तब अक्सर आप इस दुविधा में पड़ जाते हैं कि आप पहले किस प्रश्न पत्र को हल करें या फिर प्रश्न पत्र में किस विषय को पहले हल करें । इसके लिए हमारा सुझाव है कि आप प्रश्न पत्र में पहले उन विषयकों को चुने जो आपके लिए सरल हो व जो आपके पसंदीदा हो । ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि आगर आप प्रश्न पत्र हल करते समय पहले आप कठिन विषय को चुनेंगे तो इससे आपका मनोबल गिरेगा व इसमें आपका समय भी ज्यादा लगेगा । अगर आप बाद में अपने पसंदीदा विषय करेंगे तो उस समय तक आपका मनोबल टूट चुका होगा व घबराहट में उन प्रश्नों में भी आपसे गलती करने की संभावना बढ़ जाएगी ।

        इस प्रकार आप उपर्युक्त बातों का ध्यान रखते हुए पेपर की तैयारी करें, आपको सफलता अवश्य मिलेगी । संस्कृत कोड - 25 के पाठ्यक्रम और नोट्स को देखने के लिए यहाँ पर क्लिक करें । 

धन्यवाद ।

श्वेता गुप्ता

 

5 टिप्‍पणियां:

जगदानन्द झा ने कहा…

यह बहुत ही उपयोगी लेख है। स्नातक में पढ़ते हुए छात्रों नेट जैसी प्रतियोगी परीक्षा से अनभिज्ञ रहते हैं। एम. ए अंतिम वर्ष में आकर उन्हें इसकी जानकारी मिल पाती है। तब तक काफी विलम्ब हो चुका होता है। आपका यह लेख ऐसे छात्रों के लिए लाभदायक है।

Acharya Manish Sharma ने कहा…

बहुत बढ़िया इस बहुत से मित्र लाभान्वित होंगे। संस्कृत के छात्र जो स्नातक के समय मार्ग दर्शन के अभाव में कोई बड़ी योजना नहीं बना पाते वे सब इसका लाभ लेंगे

Unknown ने कहा…

अन्यन्त लाभकारी

संस्कृत पाठशाला Sanskrit Pathashala ने कहा…

धन्यवाद । यह आपके ही मार्गदर्शन का परिणाम है ।

संस्कृत पाठशाला Sanskrit Pathashala ने कहा…

धन्यवाद ।

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