रेल परिवहन
- स्वतंत्र भारत के प्रथम रेलवे मंत्री जॉन मथाई थे ।
- भारत की प्रथम महिला रेलवे ड्राइवर - सरोजा यादव (2011)
- भारत में 16 अप्रैल 1853 को पहली रेल गाड़ी मुंबई से थाने के बीच चली जिनके बीच की दूरी 21 मील अथवा 34 किलोमीटर थी। (यह मालगाड़ी थी)
- भारत में प्रथम यात्री गाड़ी 15 अगस्त 1854 को हावड़ा से हुगली के मध्य चलाई गई जिसकी दूरी 24 मील की थी।
- भारत में कुल रेलवे पटरियों की लंबाई 127000 किलोमीटर के लगभग है।
- फेयरी क्वीन- विश्व की सबसे पुराना चालू इंजन है।
- बड़ी लाइन (ब्रॉड गेज) पटरियों के बीच की दूरी 1.676 मीटर होती है बड़ी लाइन की कुल लंबाई 1 लाख 1500 किलोमीटर है।
- मीटर गेज रेल पटरियों के बीच की दूरी 1 मीटर होती है इसकी कुल लंबाई या कुल दूरी 9290 किलोमीटर है।
- छोटी लाइन या नैरोगेज इसमें दो रेल पटरियों के बीच की दूरी 0.76 मीटर या 0.610 मीटर होती है। इसकी कुल लंबाई 2841 किलोमीटर है।
- एशिया का सबसे पुराना रेल वर्कशॉप जमालपुर बिहार में 1862 में बनाया गया।
- दिल्ली में पहली मेट्रो 24 दिसंबर 2002 को तीस हजारी से शाहदरा के बीच चलाई गई थी।
- भारत की प्रथम अंतर्जलीय मेट्रो कोलकाता में हुगली नदी के बीच निर्माणाधीन है । इसका 74% हिस्सा भारतीय रेलवे तथा 26% हिस्सा आवास एवं शहरी मंत्रालय के पास है।
- देश की प्रथम जल मेट्रो परियोजना कोच्चि में प्रारंभ की गई है, 23 जुलाई 2016 में।
- देश में सबसे अधिक दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी विवेक एक्सप्रेस है जो डिब्रूगढ़ असम से कन्याकुमारी तमिलनाडु तक जाती है इस दौरान वह 4273 किलोमीटर की दूरी तय करती है।
- भारतीय रेलवे के पास कुल 18 जोन हैं। कोलकाता मेट्रो को भारतीय रेलवे ने अपना 17वां जोन बनाया है तथा दक्षिण तटीय रेलवे विशाखापट्टनम को 2019 में 18वां जोन बनाया है।
- मेधा- भारत की पहली पूर्णता स्वदेश निर्मित लोकल ट्रेन है इसे इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) चेन्नई में बनाया गया।
- स्वतंत्र भारत का प्रथम विद्युत इंजन कारखाना चितरंजन (आसनसोल) 1950 में बनाया गया।
- विश्व की सबसे बड़ी रेल फैक्ट्री चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री है । सेमी हाई स्पीड रेल गाड़ी बंदे भारत एक्सप्रेस का निर्माण भी इसी ने किया था।
- विश्व की पहली ग्रीन मेट्रो दिल्ली मेट्रो 28 जुलाई 2017 को, इसको हरित प्रमाण पत्र दिया गया।
- मेट्रो मैन के नाम से जाना जाता है - श्रीधरन को
संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2011 में कार्बन क्रेडिट पाने वाली विश्व की प्रथम मेट्रो--दिल्ली मेट्रो।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा आईएसओ 140011 प्रमाणन प्राप्त करने वाली पहली मेट्रो न्यूयॉर्क मेट्रो है तथा दूसरी रेल मेट्रो दिल्ली मेट्रो।
भारत का प्रथम रेल परिवहन विश्वविद्यालय वडोदरा गुजरात में स्थापित किया गया । सितंबर 2018 में भारत के अतिरिक्त रूस और चीन में भी रेल विश्वविद्यालय स्थापित हैं।
भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है घूम स्टेशन दार्जिलिंग हिमालय में।
विश्व का सबसे बड़ा रेल मार्ग - ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग (10214 किलोमीटर)
देश का पहला ऑल वुमन रेलवे स्टेशन गांधी नगर राजस्थान जयपुर है । 19 फरवरी 2018 को जयपुर का गांधीनगर रेलवे स्टेशन केवल महिलाओं द्वारा संचालित होने वाला देश का पहला रेलवे स्टेशन बन गया।
भारत का सबसे बड़ा रेलवे सड़क पुल 25 दिसंबर 2018 में बोगीनील (असम) ब्रह्मपुत्र नदी पर बना है, जिसकी दूरी 4.94 कि.मी. है।
सबसे हाई स्पीड का रेल परिचालन 1964 में जापान ने किया।
किसानों हेतु किसान रेल सेवा की शुरुआत कहां से कहां तक और कब की गई - 7 अगस्त 2020, देवलाली (नासिक) से दानापुर (बिहार)
वर्तमान समय में भारतीय रेलवे को कितने जोन में बांटा गया है- 18 जोन (18वां जोन - दक्षिण तटीय जोन, विशाखापत्तनम)
ज्ञानोदय एक्सप्रेस-- 18 नवंबर 2014 को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के पूर्वोत्तर राज्यों के भ्रमण हेतु संचालित की गई ।
कोंकण रेलवे - कोंकण रेलवे की स्थापना 1998 में हुई। यह रेलवे के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। महाराष्ट्र गोवा और कर्नाटक तीन राज्य इस कोंकण रेलवे के अंतर्गत आते हैं । इसकी लंबाई 760 किलोमीटर है। रोहा (महाराष्ट्र) से शुरू होकर मंगलुरू (कर्नाटक) तक कोंकण रेलवे का हिस्सा माना जाता है। इस मार्ग पर 146 नदियां, 2000 पुल और 91 सुरंग पड़ते हैं।
विश्व का सबसे ऊंचा रेल पुल - भारत में विश्व का सबसे ऊंचा रेल पुल चिनाब नदी पर रियासी जिले में बक्कल और कौड़ी के बीच बन रहा है। इसकी ऊंचाई नदी के ऊपर 359 मीटर होगी जो कि पेरिस के एफिल टावर 324 मीटर से 35 मीटर अधिक होगी। वर्तमान में विश्व का सबसे ऊंचा रेल पुल चीन के गुईझोई प्रांत में वू नदी पर निर्मित नोजेहे रेल पुल है जिसकी ऊंचाई 310 मीटर है।
वंदे भारत एक्सप्रेस (T-18) - वंदे भारत एक्सप्रेस 15 फरवरी 2019 को भारत में पहली सेमी हाई स्पीड का संचालन हुआ, वाराणसी से नई दिल्ली के बीच। इसकी अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा है और औसत गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह भारत की प्रथम इंजन रहित ट्रेन है जो मेक इन इंडिया के अंतर्गत बनाई गई है।
कोराडिया आईलिंट-- जर्मनी में हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली विश्व की पहली ट्रेन जिसे फ्रांसीसी कंपनी अल्स्टोम द्वारा विकसित किया गया।
यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत सूची में शामिल रेलवे -
1. दार्जिलिंग - हिमालयन रेलवे - 1992
2. छत्रपति शिवाजी टर्मिनल - मुंबई
3. कालका शिमला
4. नीलगिरी माउंटेन रेलवे
सड़क और परिवहन
- 1988 में राजीव गांधी के प्रधानमंत्री के वक्त राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम एनएच एक्ट बना, इसी के बाद एनएचएआई --राष्ट्रीय राजमार्ग महाप्राधिकरण का निर्माण हुआ। यह पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत आता है।
- 1998 में एनएचडीपी_ नेशनल हाईवे डेवलपमेंट प्रोग्राम , अटल बिहारी वाजपेई जी के समय पर बना। इसी के अंतर्गत पूर्वी पश्चिमी गलियारा, उत्तर दक्षिण गलियारा और स्वर्णिम चतुर्भुज का निर्माण किया गया। इसके अंतर्गत लगभग 51000 किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण हुआ।
- 25 दिसंबर 2000 को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की शुरुआत हुई। इसके अंतर्गत 500 आबादी वाले गांवों को बारहमासी सड़कों से जोड़ना था।
- नागपुर योजना 1943 के अनुसार सड़क को 4 वर्गों में विभाजित किया गया नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, डिस्ट्रिक्ट रोड और विलेज रोड।
- भारत में सड़कों का प्रतिशत लगभग 2% नेशनल हाईवे, 4 प्रतिशत स्टेट हाईवे, 14 प्रतिशत डिस्टिक रोड, 80% विलेज रोड।
- वर्तमान में नेशनल हाईवे की कुल लंबाई लगभग 132500 किलोमीटर है।
- नेशनल हाईवे सर्वाधिक महाराष्ट्र में लगभग 18000 किलोमीटर। दूसरे नंबर में उत्तर प्रदेश लगभग 12000 किलोमीटर।
- कुल सड़क परिवहन में 40% परिवहन नेशनल हाईवे के द्वारा होता है।
- नेशनल हाईवे -- वन लेन 22%, टू लेन 54%, मल्टीलिन 24% है।
- राजस्थान के मरुस्थल से होकर गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 15 है।
- भारत में सर्वाधिक लंबा नेशनल हाईवे एनएच 44 है । दूसरे नंबर में एनएच 6 है।
NH-44, 11 राज्यों में से होकर निकलती है । श्रीनगर से कन्याकुमारी तक 3745 किलोमीटर उत्तर दक्षिण गलियारा का सर्वाधिक योगदान है।
- अभी हाल ही में एक नया नेशनल हाईवे 703 ए ए या श्री गुरु नानक देव जी मार्ग 29 किलोमीटर, 17 अक्टूबर 2019 को राष्ट्र को समर्पित किया गया- कपूरथला से गोइंदवाल तक ।
भारत से पूर्वोत्तर राज्यों को नेशनल हाईवे - 31 जोड़ता है ।(ट्रिक- एकतीर (३१) से शेष भारत पुर्वोत्तर भारत से जुड़ता है)
भारत का सबसे छोटा नेशनल हाईवे एनएच 47a वेलिंगटन द्वीप, वेंबनाड झील केरल 6 किलोमीटर केवल।
उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक लंबा नेशनल हाईवे नेशनल एन एच- टू है, जिसकी लंबाई उत्तर प्रदेश में 752 किलोमीटर है। इसी नेशनल हाईवे पर जीटी रोड या शेरशाह सुरी रोड बनी हुई थी।दिल्ली से कोलकाता । जीटी रोड शुरुआत में कोलकाता से दिल्ली होते हुए लाहौर तक था । अब अमृतसर से कोलकाता तक है । इसके अंतर्गत NH - वन तथा NH-2 आते हैं। दिल्ली लाहौर बस सेवा इन्हीं हाईवे से होकर होती थी । इस बस सेवा का नाम था सदा-ए-सरहद।
नेशनल एक्सप्रेसवे दो (NE-2) कुंडली से पलवल 135 किलोमीटर, छह लेन का देश का प्रथम शत-प्रतिशत सोलर पावर से चालित एक्सप्रेसवे है। इसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री ् जी ने मई 2018 में किया।
- भारत के पूर्वी तट में nh5 तथा पश्चिमी तट में nh-17 का अधिकांश भाग है।।
- नेशनल हाईवे 3 -आगरा से मुंबई,नेशनल हाईवे 4 -थाने से चेन्नई(ट्रिक - (आम 3) (थेया चार)।। आ-आगरा, म- मुंबई, थेया-थाणे, चार-चेन्नई।)
- देश का प्रथम 14 लेन वाला एक्सप्रेसवे है- दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे।
- NH-48 की कुल लंबाई 224 किलोमीटर है यह भूटान से पश्चिम बंगाल को जोड़ती है इसे सार्क रोड भी कहते हैं।
- स्टेट हाईवे-- महाराष्ट्र--तमिलनाडु
- कच्ची सड़क-- ओडिशा
- भारत में परिवहन का प्रतिशत - सड़क-83%, रेल -9%, वायु-6% और जल-2% ।
- कुल सड़क में माल परिवहन 60 प्रतिशत तथा यात्री परिवहन 88% के लगभग होता है।
- विश्व में सर्वाधिक सड़क यूएसए के पास है । दूसरे नंबर में भारत, तीसरे नंबर में चाइना ।
- भारत का औसत सड़क घनत्व 143 किलोमीटर प्रति 100 किलोमीटर वर्ग है।
- भारत में सर्वाधिक औसत सड़क घनत्व केरल के पास है 526 किलोमीटर प्रति 100 किलोमीटर वर्ग तथा न्यूनतम लद्दाख और जम्मू कश्मीर में।
- एशियाई राजमार्ग नेटवर्क के अंतर्गत भारत में कुल 11432 किलोमीटर लंबी सड़कें हैं।
- भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 44(3745 किमी) की सर्वाधिक लंबाई तमिलनाडु राज्य में 627 किलोमीटर तथा उत्तर प्रदेश में इसकी लंबाई 190 किलोमीटर।
- विश्व का सबसे ऊंचा सड़क मार्ग ने श्रीनगर 5325 मीटर ऊंचा है सन् 2006 में यहां की सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग NH--1d घोषित किया गया।
- स्वर्णिम चतुर्भुज गलियारा चार महानगरों को जोड़ती है 5846 किलोमीटर।
- पूरब पश्चिम गलियारा सिलचर असम से पोरबंदर 3300 किलोमीटर तक इसके अंतर्गत 12 राज्य आते हैं।
- उत्तर दक्षिण गलियारा और पूरब पश्चिम गलियारा झांसी में चौराहा बनाते हैं या झांसी में आपस में मिलते हैं। उत्तर दक्षिण गलियारा श्रीनगर से कन्याकुमारी तक 4000 किलोमीटर कबर करता है इसके अंतर्गत 13 राज्य आते हैं।
- chenani-nashri देश की सबसे लंबी सड़क सुरंग जम्मू श्रीनगर में। यह सुरंग 9.2 किलोमीटर लंबी है।2 अप्रैल 2017 को मोदी जी ने इसका उद्घाटन किया। नेशनल हाईवे 44 का हिस्सा है।
- भूपेन हजारिका सेतु देश का सबसे लंबा नदी सेतु है इसे ढोला सादिया सेतू भी कहते हैं । यह लोहित नदी असम में बना हुआ है । 26 मई 2017 को मोदी जी ने इसका उद्घाटन किया । इसकी लंबाई लगभग 9.2 किलोमीटर है। यह असम को पूर्वी अरुणाचल प्रदेश से जोड़ता है।
- हरित राजमार्ग नीति 2015 के अनुसार सड़क के चारों और नेशनल हाईवे के चारों ओर हरे पेड़ पौधे लगाना।
- सेतु भारत परियोजना 2016 में शुरू हुई इसके अंतर्गत सभी नेशनल हाईवे को रेलवे क्रॉसिंग मुक्त बनाना था।
- भारतमाला परियोजना 2017-18 जो कि 2022 तक कंप्लीट होगी।
- पूर्वोत्तर सड़क संजाल संपर्क परियोजना 2017 मेघालय से मिजोरम तक प्रथम चरण में 403 किलोमीटर सड़क की मंजूरी। (ट्रिक--हरी सेतु माला पूरा संजाल 2015--16--17 --17) उपरोक्त चार के लिए।
- सीमा सड़क संगठन (बी आर ओ ) की स्थापना 1960 में हुई यह संगठन रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है। इस समय 19 राज्यों में अपनी सेवाएं दे रहा है।
- राजीव गांधी के शासनकाल में सर्वप्रथम प्रथम नदी कार्य योजना - गंगा एक्शन प्लान 1985 में शुरू हुई। फिर 1986 में अंतः स्थलीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना हुई । 1986 में ही भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना हुई जिसका मुख्यालय नोएडा में है।
- 1986 में ही प्रथम राष्ट्रीय जलमार्ग की स्थापना हुई। हल्दिया से इलाहाबाद। 1620 किमी लंबा।
- 1987 में केंद्रीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना हुई जिसका मुख्यालय कोलकाता में हैं।
- केंद्रीय जल परिवहन निगम का मुख्यालय कोलकाता में है ।
- राष्ट्रीय अंतरदेशीय नौवहन संस्थान-- पटना में है।
- राष्ट्रीय जल क्रीड़ा संस्थान- गोवा
- मुख्य राष्ट्रीय जलमार्ग या क्रियाशील राष्ट्रीय जलमार्ग छह हैं तथा कुल राष्ट्रीय जलमार्गों की संख्या 111 है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग की लंबाई का घटता क्रम- (ट्रिक-1-4-2-5-3-6) सबसे अधिक लंबाई प्रथम राष्ट्रीय जलमार्ग की है और सबसे छोटी लंबाई राष्ट्रीय जलमार्ग 6 की है क्रियाशील जलमार्गों में ।
- राष्ट्रीय जलमार्ग 1 - हल्दिया (पश्चिम बंगाल) से इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश तक) है। इस मार्ग में पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश 3 राज्य पड़ते हैं। इसकी लंबाई 1620 किलोमीटर है। गंगा नदी इसका में बेस है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग दो-- यह असम में सदिया से धुबरी तक के बीच जलमार्ग बनाता है इसकी मेन नदी ब्रह्मपुत्र नदी है। इसकी लंबाई 891 किलोमीटर है। इस जल मार्ग पर 2019 नवंबर में कंटेनर कार्गो परिचालन प्रारंभ किया गया है। एमवी माहेश्वरी पोत के माध्यम से परिचालन।
- राष्ट्रीय जलमार्ग 3 - इसकी कुल लंबाई 205 किलोमीटर है। और उसका भाग केरल में है। कोट्टापुरम से अंबाला मुगल तक। इसका विकास अधिकतम नहरों में किया गया है। यह जलमार्ग 24 घंटे नौकायन के लिए प्रसिद्ध है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग 4- इसकी कुल लंबाई 1095 किलोमीटर है। भद्राचलम (तेलंगाना) से पुदुचेरी तक। इस जल मार्ग में 4 राज्य आते हैं तेलंगाना, आंध्र प्रदेश तमिलनाडु और पुडुचेरी। जिस में सर्वाधिक हिस्सा आंध्र प्रदेश का होता। गोदावरी नदी (171 किलोमीटर), कृष्णा नदी (157 किलोमीटर) और बंर्किंघम नहर (767 किलोमीटर) इस जलमार्ग को बनाते हैं। इसमें से बंर्किंघम नहर सर्वाधिक हिस्सा बनाता है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग 5- इसकी कुल लंबाई 623 किलोमीटर है। इसमें दो राज्य पश्चिम बंगाल और उड़ीसा आते हैं । ब्रह्माणी नदी तंत्र, मताई नदी और महानदी इसका मुख्य मार्ग बनाते हैं। जीयोनखली (पश्चिम बंगाल) से पारादीप (उड़ीसा) तक।
- राष्ट्रीय जलमार्ग 6- इसकी कुल लंबाई 121 किलोमीटर है इसका भी पूरा हिस्सा असम में ही है। असम के लखीमपुर से भांगा तक। इसका मुख्य हिस्सा बराक नदी बनाती है ।
- तूतीकोरिन बंदरगाह जिसका नाम चिदंबरनर पोर्ट कर दिया गया है।
- विशाखापट्टनम बंदरगाह सबसे गहरा बंदरगाह है।
- पारादीप बंदरगाह इसका पोताश्रय सबसे गहरा है।
- कोलकाता बंदरगाह हुगली नदी पर बना कृत्रिम बंदरगाह है। एकमात्र नदी पर बना मुख्य बंदरगाह।
- अंडमान निकोबार द्वीप में पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह को केंद्र सरकार ने 2010 में देश के 13 वें बड़े बंदरगाह में सम्मिलित किया।
- सागरमाला परियोजना 2015 में शुरू की गई - इसका मुख्य उद्देश्य तटीय राज्यों के बंदरगाहों के क्षेत्र के आसपास के क्षेत्रों को विकसित करना। इस परियोजना के अंतर्गत 12 स्मार्ट सिटी आती हैं।
- वायु परिवहन का प्रारंभ 1911 में इलाहाबाद से नैनी के बीच हुआ।
- भारत का वायु परिवहन में 9वां स्थान है।
- एयर इंडिया की स्थापना टाटा ने 1932 में की।
- इंडियन नेशनल एयरवेज कंपनी की स्थापना 1933 में हुई।
- वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण 1953 में हुआ।
- अंतर्राष्ट्रीय घरेलू सेवा शुरू हुई 1953 में।
- इंडियन एयरलाइंस की स्थापना - 1953 में हुई।
- भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण का गठन 1995 में हुआ ।
- भारत में 25 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं।
- उड़ान योजना - 27 अप्रैल, 2017 (पी.एम. ने कहा - उड़े देश का आम नागरिक)
- विंग्स - 12 जुलाई 2017: सब उड़े सब जुड़े ( इसके अंतर्गत 50 हवाई अड्डों का पुनरुद्धार करना)
- मुख्य औद्योगिक प्रदेश हैं - 8
- सामान्य औद्योगिक प्रदेश हैं - 12
- भारत में सर्वप्रथम किस कारखाने की शुरुआत की गई - चीनी मिल
- भारत का पहला उद्योग - 1854 - सूती वस्त्र उद्योग, मुंबई।
- भारत का दूसरा उद्योग - 1874 - लौह इस्पात कारखाना, कुल्टी (पश्चिम बंगाल)
- भारत का तीसरा उद्योग - 1876 - ऊनी वस्त्र उद्योग, कानपुर।
- भारत का चौथा उद्योग - 1879 - कागज कारखाना, लखनऊ।
- भारतीय की प्रथम चीनी मिल - 1903 में मढ़ौरा (बिहार) में स्थापित की गई।
- भारत का प्रथम सीमेंट उद्योग 1904 में चेन्नई में स्थापित किया गया।
- देश का प्रथम सुपर फास्फेट संयंत्र - 1906 में रानीपेट (तमिलनाडु) में स्थापित किया गया।
- भारत का प्रथम बड़ा लौह इस्पात कारखाना - 1907 में जमशेदपुर (झारखंड) मैं साबित किया गया।
- भारत का प्रथम कृत्रिम रेशा संयंत्र - 1945 में त्रावणकोर (केरल) मैं स्थापित किया गया।
- भारत का प्रथम भारी इंजन संयंत्र - 1958 में ंरांची में स्थापित किया गया।
- लौह इस्पात उद्योग को आधुनिक उद्योगों का मेरुदंड कहते हैं।
- लोहे के अयस्क - हेमेटाइट, मैग्नेटाइट और सिडेराइट।
- अनुपात - लौह अयस्क (4) : कोक (2) : चूना पत्थर (1)
- भारत कच्चे लोहे का सबसे बड़ा उत्पादक है।
- भारत इस्पात उत्पादन में दूसरा सबसे बड़ा देश है। पहले स्थान पर चीन है।
- TISCO - 1907 में पहला एकीकृत इस्पात कारखाना (TISCO) जमशेदपुर (झारखंड) में स्वर्णरेखा और खरकर नदी के किनारे स्थापित किया गया । TISCO को लौह अयस्क नोआमुंडी और बादाम पहाड़ से प्राप्त होता है। इसे जोंडाखान (उड़ीसा) से कोयला प्राप्त होता है । यहीं पर झरिया (झारखंड) कोयले की खानें हैं। (ट्रिक - खरा सोना, बादाम खाने से मुंडी लोहे जैसी मजबूत, कोयला झरा जोड़ लो)
- IISCO (INDIAN IRON STEEL COMPANY) - 1918 में यह बर्नपुर (पश्चिम बंगाल) में बराक नदी और दामोदर नदी के किनारे स्थापित किया गया । (ट्रिक - इस्को दाम बराबर दो)
- विश्वेश्वरैया आईरन एंड स्टील वर्क्स (VISW) - या 1923 में भद्रावती कर्नाटक में भद्रानदी के किनारे स्थित है। यह तीसरा बड़ा कारखाना है । इसे लौह अयस्क बाबाबुदान की पहाड़ियां और केमानगुंडी से प्राप्त होता है । यहीं पर स्थित जोग जलप्रपात से विद्युत भी प्राप्त होता है।
- आजादी के पहले भारत में लौह इस्पात के 3 बड़े कारखाने बन चुके थे।
- आजादी के बाद बनने वाले लौह इस्पात उद्योग -
- भिलाई इस्पात संयंत्र (HSL) - इसकी स्थापना 1955 में भिलाई, छत्तीसगढ़ में हुई। यह सोवियत संघ रूस के सहयोग से बना। इसे लौह अयस्क डल्लीराजहरा पहाड़ी से प्राप्त होता है। तेंदुला बांध से विद्युत प्राप्त होता है। कोरबा और करगाली से ताप विद्युत प्राप्त होता है । यहां का अधिकांश 70% इस्पात हिंदुस्तान शिपयार्ड विशाखापत्तनम् खरीद लेता है। (ट्रिक - रूसी भली कोको डली लो)
- राउरकेला इस्पात संयंत्र (HSL) - इसकी स्थापना 1959 में राउरकेला (उड़ीसा) में हुई । यहां शंख नदी और कोयल नदी केेेे संगम पर है और मंदिरा बांध के किनारे स्थित है । यह जर्मनी के सहयोग से बना। इसे लौह अयस्क सुंदरगढ़ और क्योंझर से प्राप्त्त्त होता है। (ट्रिक - केला में जर्म, सुंदर क्यों लोहा, शंख और कोयल नदी)
- दुर्गापुर इस्पात संयंत्र (HSL) - इसकी स्थापना 1959 में पश्चिम बंगाल में हुई यह यू.के. के सहयोोग से बना। इसको छोटा नागपुर पठार से लौौह अयस्क प्राप्त होता है । झरिया से कोयला प्राप्त करताा है। जल दामोदर नदी से प्राप्त करता है। (ट्रिक - दुर्गाा लो नाग उड़ा, अंग्रेज के पेट में रस्सी बांधो)
- बोकारो स्टील लिमिटेड - इसकी स्थापना 1964 में झारखंड में हुई। यह दामोदर नदी के किनारेे हैं। यह रूस के सहयोग से बना। (ट्रिक - बेकार है दामोदर की रूसी)
- विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र ( विजाग इस्पात संयंत्र) - इसकी स्थापना 1992 में हुई यह पहला पत्तन आधारित इस्पात संयंत्र है। यह भारत का पहला तटवर्ती लौह कारखाना है। इसे लौह अयस्क बैलाडिला की खान से प्राप्त होता है। यह कोयला आस्ट्रेलिया से मंगाता है। (ट्रिक - बैल विजग गया)
- SAIL (Steel authority of India) - यह 24 जनवरी 1973 में दो हजार करोड़ की पूंजी के साथ बना।
- यह मैग्मा या लावा के जमने से बनती है । जैसे - ग्रेनाइट, बेसाल्ट, पेगमाटाइट, डायोराइट, ग्रेबो, ऑब्सीडियन, एण्डेसाइट, प्युमाइस आदि।
- इसे प्रारम्भिक चट्टान भी कहते हैं । दुनिया में 95 प्रतिशत यही चट्टान पाई जाती है ।
- आग्नेय चट्टान मुख्य दो रंग के होते हैं - काला - बेसाल्ट और ग्रे रंग - ग्रेनाइट
- आग्नेय चट्टान स्थूल, परतरहित, कठोर, संघनन एवं जीवाश्म रहित होती है । आर्थिक रूप से यह बहुत ही संपन्न चट्टान है ।
- बेसाल्ट में लोहे की मात्रा सर्वाधिक होती है । इस चट्टान के क्षरण से काली मिट्टी का निर्माण होता है ।
- इसमें चुंबकीय लोहा, निकिल, तांबा, सीसा, जस्ता, क्रोमाइट, मैगनीज, सोना तथा प्लेटिनम पाए जाते हैं ।
- पैगमेटाइट कोडरमा - झारखंड में पाए जाने वाला अभ्रक इन्हीं शैलों से मिलता है ।
- आग्नेय चट्टानी पिंड - मैग्मा के ठंडा होकर ठोस रूप धारण करने से विभिन्न प्रकार के आग्नेय चट्टानी में पिंड बनते है । इनका नामकरण इनके आकार, रूप, स्थिति तथा आस-पास पाई जाने वाली चट्टानों के आधार पर किया जाता है ।
- भारत का पहला नेशनल पार्क - हैली नेशनल पार्क (उत्तराखंड) ।
- भारत का सबसे बड़ा नेशनल पार्क - हेमिस नेशनल पार्क (जम्मू-कश्मीर) ।
- सबसे ज्यादा नेशनल पार्क - मध्य प्रदेश में । (कुल 12 नेशनल पार्क)
- देश का सबसे छोटा राष्ट्रीय पार्क - साउथ बटन आइसलैंड नेशनल पार्क (अंडमान निकोबार द्वीप समूह)
- दुनिया का पहला तैरता हुआ नेशनल पार्क - केबुल लामजाओ नेशनल पार्क (मणिपुर में स्थित है ।)
- भारत का पहला समुद्री नेशनल पार्क - गुजरात में खोला गया ।
- जिम कार्बेट नेशनल पार्क का पुराना नाम - हैली नेशनल पार्क
- भारत का सबसे लंबा बाँध - हीराकुंड बाँध (महानदी पर)
- विश्व का सबसे ऊंचा गुरुत्वीय बाँध - भाखड़ा नांग बाँध (सतलज नदी पर)
- भाखड़ा-नांगल बाँध - हरियाणा, पंजाब और राजस्थान की संयुक्त परियोजना है ।
- सरदार सरोवर परियोजना से लाभान्वित राज्य - मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र तथा राजस्थान
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बहुत ही ज्ञानवर्धक तथा श्रम पूर्वक लिखा नोट्स।
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